Fruit Production And Processing (hindi) (pb)
फलोतà¥à¤ªà¤¾à¤¦à¤¨ à¤à¤µà¤‚ पà¥à¤°à¤¸à¤‚सà¥à¤•à¤°à¤£à¤ªà¥€.
के.
यादव, जितेनà¥à¤¦à¥à¤° सिंह, शशि कà¥à¤®à¤¾à¤° बैरवाफलों की बागवानी का इतिहास अतीव पà¥à¤°à¤¾à¤šà¥€à¤¨ है। लोक संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ की पà¥à¤°à¤¾à¤šà¥€à¤¨ कृतियों में फलों का उलà¥à¤²à¥‡à¤– मिलता है। किसी कवि ने कहा है बगिया लगवले कवन फल, सà¥à¤¨ हो राजा दशरथ, राहे-बाटे अमवा जे खइहें, तबहिं फल होइहें। इन पंकà¥à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ का आशय है कि बाग लगाने का कà¥à¤¯à¤¾ फल है? राह बाट के पंथी à¤à¥‹à¤— लगाà¤à¤ यही उसका फल है। उकà¥à¤¤ पंकà¥à¤¤à¤¿à¤¯à¤¾à¤ फलों की बागवानी का लोक सेवारà¥à¤¥ महतà¥à¤¤à¤¾ उजागर करते हैं। उपरोकà¥à¤¤ अवलोकन से इतनी पà¥à¤°à¤¤à¥€à¤¤à¥€ अवशà¥à¤¯ होती है कि पà¥à¤°à¤¾à¤¨à¥‡ समय से ही फल की बागवानी की जा रही है परनà¥à¤¤à¥ पà¥à¤°à¤¾à¤¨à¥‡ समय में फल वृकà¥à¤·à¥‹à¤‚ की बागवानी का वà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤¯à¤¸à¤¾à¤¯à¤¿à¤• पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥‚प नहीं था। ये लोक सेवा के लिये समरà¥à¤ªà¤¿à¤¤ होते थे। आज बागवानी का सà¥à¤µà¤°à¥‚प बदलकर वà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤¸à¤¾à¤¯à¤¿à¤• हो गया है। आम, केला, नींबू, अंगूर, बेर, नारियल, सेव, आड, नाशपाती व दूसरे कितने ही फल वृहत सà¥à¤¤à¤° पर वà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤¸à¤¾à¤¯à¤¿à¤• रूप में उगाये जा रहे हैं। यही कारण है वरà¥à¤¤à¤®à¤¾à¤¨ की योजनाओं में उदà¥à¤¯à¤¾à¤¨ को पà¥à¤°à¤®à¥à¤–ता दी गई है। शिकà¥à¤·à¤¿à¤¤ वरà¥à¤— किसी à¤à¥€ तरह की जà¥à¤žà¤¾à¤¨-विजà¥à¤žà¤¾à¤¨ के विकास और समà¥à¤¨à¥à¤¨à¤¯à¤¨ के उतà¥à¤¤à¤°à¥‹à¤¤à¥à¤¤à¤° वृदà¥à¤§à¤¿ के सशकà¥à¤¤ संसाधन होते हंै। फल विजà¥à¤žà¤¾à¤¨ में विशेषजà¥à¤žà¤¤à¤¾ सृजन के लिये फलोतà¥à¤ªà¤¾à¤¦à¤¨ पर विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ कृषि विशà¥à¤µà¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯à¥‹à¤‚ में पाठà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® चलाये जाते हैं। पाठà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® पर सà¥à¤¤à¤°à¥€à¤¯ पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤•à¥‡à¤‚ अंगà¥à¤°à¥‡à¤œà¥€ माधà¥à¤¯à¤® में होने से छातà¥à¤°à¥‹à¤‚ को विषय वसà¥à¤¤à¥ को मूल रूप में गà¥à¤°à¤¹à¤£ करने में कठिनाई महसूस होती है। आम बोलचाल में हिनà¥à¤¦à¥€ का वरà¥à¤šà¤¸à¥à¤µ होने के कारण यह सरल, सहज व आसानी से संचरणशील होती है। उकà¥à¤¤ संदरà¥à¤ को दृषà¥à¤Ÿà¤¿à¤—त रखते हà¥à¤ फलोतà¥à¤ªà¤¾à¤¦à¤¨ पर हिनà¥à¤¦à¥€ में संकलन का पà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤¸ किया गया है जो मूरà¥à¤¤à¤°à¥‚प में पाठà¥à¤¯à¤ªà¥ƒà¤·à¥à¤ पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤• के रूप में पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¥à¤¤ की जा रही है।
के.
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Yadava PK
555Book Details
Book Title:
Fruit Production And Processing (hindi) (pb)
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Book Type:
TEXTBOOK
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No Of Pages:
360
360
Color Pages :
0
0
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Book Size:
AMERICAN ROYAL (6X9)
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Weight:
450 Gms
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Copyright Holder:
Imprint:
M/s AGROBIOS (INDIA)
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Readership:
PG STUDENTS | UG STUDENTS |
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