Biotechnology: Fundamentals And Application (hindi) (pb)
जैवपà¥à¤°à¥Œà¤¦à¥à¤¯à¥‹à¤—िकीः सिदà¥à¤§à¤¾à¤¨à¥à¤¤ à¤à¤µà¤‚ उपयोगिताà¤à¤‚
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शिवांगी माथà¥à¤°Â बायोटेकà¥à¤¨à¥‹à¤²à¥‹à¤œà¥€ 1960 के दशक के बाद विकसित होने वाली विजà¥à¤žà¤¾à¤¨ की à¤à¤• नवीन शाखा है। जीवविजà¥à¤žà¤¾à¤¨ व पà¥à¤°à¥Œà¤¦à¥à¤¯à¥‹à¤—िकी के बीच अनà¥à¤°à¥à¤¤à¤¸à¤®à¥à¤¬à¤§à¥‹à¤‚ से इस नई शाखा का जनà¥à¤® हà¥à¤† है। विगत चार दशकों में विकसित विजà¥à¤žà¤¾à¤¨ की इस शाखा के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ जीवित जीवों का उपयोग लाà¤à¤•à¤¾à¤°à¥€ उतà¥à¤ªà¤¾à¤¦à¥‹à¤‚ के निरà¥à¤®à¤¾à¤£ में किया जाता है। यह शाखा नवीन है लेकिन उपादेयता (सà¥à¤µà¤¾à¤¸à¥à¤¥à¥à¤¯, à¤à¥‹à¤œà¤¨, कृषि उदà¥à¤¯à¥‹à¤—ों, कृषि विजà¥à¤žà¤¾à¤¨, जैवऊरà¥à¤œà¤¾ व रासायनिक उदà¥à¤¯à¥‹à¤—ों आदि में) की दृषà¥à¤Ÿà¤¿ से महतà¥à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ है। बायोटेकà¥à¤¨à¥‹à¤²à¥‹à¤œà¥€ विशà¥à¤¦à¥à¤§ पà¥à¤°à¤¾à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤• विजà¥à¤žà¤¾à¤¨ न होकर, विजà¥à¤žà¤¾à¤¨ की विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ शाखाओं, उप-शाखाओं का समà¥à¤®à¤¿à¤²à¤¿à¤¤ à¤à¤µà¤‚ समनà¥à¤µà¤¯à¤¿à¤¤ विजà¥à¤žà¤¾à¤¨ है।इसमें विजà¥à¤žà¤¾à¤¨ के कई पहलॠसमà¥à¤®à¤¿à¤²à¤¿à¤¤ हैं जैसे - DNA का संरचनातà¥à¤®à¤• संगठन, कà¥à¤›à¥¤ की पà¥à¤¨à¤°à¤¾à¤µà¥ƒà¤¤à¥à¤¤à¤¿, DNA व इसके पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤°, पà¥à¤°à¥‹à¤Ÿà¥€à¤¨ संशà¥à¤²à¥‡à¤·à¤£, जीन अà¤à¤¿à¤µà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ का नियमन, पà¥à¤°à¥‹à¤Ÿà¥€à¤¨à¥à¤¸ व à¤à¤¨à¥à¤œà¤¾à¤‡à¤®à¥à¤¸ की सरंचना इतà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¿à¥¤Â बायोटेकà¥à¤¨à¥‹à¤²à¥‹à¤œà¥€ की उपादेयता विगत वरà¥à¤·à¥‹à¤‚ में जीवन के पà¥à¤°à¤¤à¥à¤¯à¥‡à¤• कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤°à¤¾ में निरनà¥à¤¤à¤° बॠरही है। उपयोगिताओं के आयाम इतने विसà¥à¤¤à¥ƒà¤¤ है कि उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ à¤à¤• ही कलेवर में पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¥à¤¤ करना इस पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤• के कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤°à¤¾à¤§à¤¿à¤•à¤¾à¤° के बाहर है। वसà¥à¤¤à¥à¤¤ यह पà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤¸ किया गया है कि बायोटेकà¥à¤¨à¥‹à¤²à¥‹à¤œà¥€ से समà¥à¤¬à¤¨à¥à¤§à¤¿à¤¤ उन सà¤à¥€ विषयों à¤à¤µà¤‚ उपादेयताओं को संकà¥à¤·à¤¿à¤ªà¥à¤¤ में पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¥à¤¤ करें। हमने उन सà¤à¥€ नवीनतम जानकारियों को समावेशित करने का पà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤¸ किया गया है जिसे यू.
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ने विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ पाठà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤®à¥‹à¤‚ में समà¥à¤®à¤¿à¤²à¤¿à¤¤ किया है।बायोटेकà¥à¤¨à¥‹à¤²à¥‹à¤œà¥€ की उपलबà¥à¤§à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को देखते हà¥à¤ इन विषयों को सà¥à¤¨à¤¾à¤¤à¤• व सà¥à¤¨à¤¾à¤¤à¤•à¥‹à¤¤à¥à¤¤à¤° पाठà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® में समà¥à¤®à¤¿à¤²à¤¿à¤¤ कर विशà¥à¤µà¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ अनà¥à¤¦à¤¾à¤¨ आयोग ने सराहनीय कारà¥à¤¯ किया है। इसी धà¥à¤¯à¥‡à¤¯ को आधार मान इस पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤• की रचना सरल, सà¥à¤¬à¥‹à¤§ à¤à¤¾à¤·à¤¾ व नवीन चितà¥à¤°à¥‹à¤‚ की सहायता से की गई है। आशा है कि पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¥à¤¤ पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤• का यह संसà¥à¤•à¤°à¤£ सà¥à¤µà¤¾à¤—त योगà¥à¤¯ होगा। लेखन की सà¤à¥€ सावधानियों के पशà¥à¤šà¤¾à¤¤à¥ à¤à¥€ तà¥à¤°à¤¾à¥à¤Ÿà¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ का होना सà¥à¤µà¤¾à¤à¤¾à¤µà¤¿à¤• है जो विजà¥à¤žà¤œà¤¨à¥‹à¤‚ की समीकà¥à¤·à¤¾ से सà¥à¤à¤¾à¤µà¥‹à¤‚ से ही संशोधित हो सकेगी।
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Dr. Purohit SS
555Book Details
Book Title:
Biotechnology: Fundamentals And Application (hindi) (pb)
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Book Type:
TEXTBOOK
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No Of Pages:
408
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Color Pages :
0
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Book Size:
AMERICAN ROYAL (6X9)
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Weight:
500 Gms
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Imprint:
M/s AGROBIOS (INDIA)
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Readership:
PG STUDENTS | UG STUDENTS |
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