Medicinal And Aromatic Plants: Techniques, Uses And Financial Guide (hindi) (pb)
जन सामानà¥à¤¯ à¤à¤µà¤‚ कृषक à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ अरà¥à¤¥à¤µà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ की असंतà¥à¤²à¤¿à¤¤ सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ की कठिनाई का सामना कर रहा है। परंपरागत खादà¥à¤¯à¤¾à¤¨à¥‹à¤‚ à¤à¤µà¤‚ तेलीय फसलों में à¤à¤¾à¤°à¤¤ लगà¤à¤— आतà¥à¤® निरà¥à¤à¤°à¤¤à¤¾ की ओर अगà¥à¤°à¤¸à¤° है लेकिन आवषà¥à¤¯à¤•à¤¤à¤¾ है à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ कृषक को उन नवीन आयामों की जिसके माधà¥à¤¯à¤® से वह अरà¥à¤¥ वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ की नई ऊà¤à¤šà¤¾à¤ˆà¤¯à¤¾à¤‚ पाने में योगदान दे सके।औषधीय à¤à¤µà¤‚ सà¥à¤‚गधिय पौधों की खेती के नवीन पहलॠविगत वरà¥à¤·à¥‹à¤‚ में हमारे सामने उà¤à¤° कर सामने आये हंै। इसकी बà¥à¤¤à¥€ मांग व निरनà¥à¤¤à¤° पà¥à¤°à¤¾à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤• वन समà¥à¤ªà¤¦à¤¾ (मà¥à¤–à¥à¤¯ रूप से औषधीय à¤à¤µà¤‚ सà¥à¤—ंधित पौधों) के दोहन ने हमें इस कगार पर ला छोड़ा है कि यदि इन पौधों का कृषिकरण नहीं किया गया तो ये वनसà¥à¤ªà¤¤à¤¿à¤¯à¤¾à¤ लà¥à¤ªà¥à¤¤ पà¥à¤°à¤¾à¤¯à¤ƒ हो जायेगी तथा वनों औैषधियों की विषà¥à¤µ सà¥à¤¤à¤° पर à¤à¤¾à¤°à¤¤ की जो साख बनी है वह à¤à¥€ धूमिल हो जायेगी। à¤à¤¾à¤°à¤¤ सरकार व उससे जà¥à¥œà¥€ सà¥à¤µà¤¯à¤‚ सेवी संसà¥à¤¥à¤¾à¤à¤‚ इनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ संरकà¥à¤·à¤¿à¤¤ करने तथा इनके कृषिकरण हेतॠकई योजनाà¤à¤‚ आरंठकी है जिसके आषातीत परिणाम à¤à¥€ सामने आने लगे हंै।रासायनिक खेती से कृषि à¤à¥‚मि का इतना दोहन हो चà¥à¤•à¤¾ है कि à¤à¥‚मि का पà¥à¤°à¤¾à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤• मूल सà¥à¤µà¤°à¥‚प निरनà¥à¤¤à¤° बिगड़ता जा रहा हैै। वरà¥à¤¤à¤®à¤¾à¤¨ में आवषà¥à¤¯à¤•à¤¤à¤¾ है जैविक खेती की। हमें उन पà¥à¤°à¤¾à¤šà¥€à¤¨ पदà¥à¤§à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ की ओर पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤ हो कर उनà¥à¤¹à¥‡à¥‡à¤‚ अपनाना है जिससे कृषि à¤à¥‚मि पà¥à¤¨à¤ƒ अपना पà¥à¤°à¤¾à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤• मूल सà¥à¤µà¤°à¥‚प पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ कर सके। विदेषों में निरà¥à¤¯à¤¾à¤¤ होने वाले औषधीय à¤à¤µà¤‚ सà¥à¤—ंधीय पौधों के लिठयह आवषà¥à¤¯à¤• है कि उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ जैविक खेती पदà¥à¤§à¤¤à¤¿ से उतà¥à¤ªà¤¾à¤¦à¤¿à¤¤ किया जावे। जैविक खेती पà¥à¤°à¤•à¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾ अपनाने से हम आरà¥à¤¥à¤¿à¤• रूप से सà¥à¤¦à¥ƒà¥ƒà¤¢ तथा कृषि à¤à¥‚मि का पà¥à¤°à¤¾à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤• सà¥à¤µà¤°à¥‚प पà¥à¤¨à¤ƒ पा सकेंगे।à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ कृषक गांवों मे बसता है। यदà¥à¤¯à¤ªà¤¿ विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ संसà¥à¤¥à¤¾à¤à¤‚े उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ खेती के नवीन साधनों व संसाधनों से समय-समय पर अवगत कराती हैं लेकिन ये पà¥à¤°à¤¸à¤¾à¤¸ व संसाधन सीमित हैं। आरà¥à¤¥à¤¿à¤• रूप से समृदà¥à¤§ किसान तो इन जानकारियों को किसी à¤à¥€ माधà¥à¤¯à¤® से पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ कर लेता है लेकिन छोटे किसान असमरà¥à¤¥ रहते हैं। अतः आवषà¥à¤¯à¤•à¤¤à¤¾ है à¤à¤¸à¥‡ सà¥à¤²à¤ साहितà¥à¤¯ की जिससे पà¥à¤°à¤¤à¥à¤¯à¥‡à¤• वरà¥à¤— के किसानं या कृषि को उदà¥à¤¯à¥‹à¤— के रूप में अपनाने वाले इचà¥à¤›à¥à¤• वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ सरलता से इसकी सूचना पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ कर सकें।औषधीय व सà¥à¤—ंधित पौधों की आरà¥à¤¥à¤¿à¤• महतà¥à¤¤à¤¾ व उपयोग को देखते हà¥à¤ à¤à¤¾à¤°à¤¤ सरकार ने राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ मेडिषनल पà¥à¤²à¤¾à¤‚ट बोरà¥à¤¡ का गठन किया। बोरà¥à¤¡ के कारà¥à¤¯ का मà¥à¤–à¥à¤¯ आधार विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ विà¤à¤¾à¤— के मनà¥à¤¤à¥à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚, राजकीय विà¤à¤¾à¤—ों, संसà¥à¤¥à¤¾à¤“ं, राजà¥à¤¯ सरकार व संघ शासित पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤·à¥‹à¤‚ में सà¥à¤šà¤¾à¤°à¥‚ रूप से औषधीय à¤à¤µà¤‚ सà¥à¤—ंधित पौधों के विकास का समनà¥à¤µà¤¯ करना है। साथ ही इन पौधों की खपत, आपूरà¥à¤¤à¤¿, विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ योजनाओं का निरà¥à¤§à¤¾à¤°à¤£ à¤à¤µà¤‚ निपटारा, नवीन à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯ की योजनाओं को चिनà¥à¤¹à¤¿à¤¤ करना, डेटा बेस तनà¥à¤¤à¥à¤° को सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¿à¤¤ करना, पौधों का संरकà¥à¤·à¤£ करना, उपज व कृषि तकनीकों का विकास करना, पौधों व उसके उपयोगी à¤à¤¾à¤— का आयात-निरà¥à¤¯à¤¾à¤¤ व इनकी गà¥à¤£à¤µà¤¤à¥à¤¤à¤¾ को बà¥à¤¾à¤¨à¤¾, इसके संबधित शोध व विकास कारà¥à¤¯à¥‹à¤‚ को पà¥à¤°à¥‹à¤¤à¥à¤¸à¤¾à¤¹à¤¿à¤¤ करना, कृषि तकनीकों में सà¥à¤§à¤¾à¤° करना, पेनà¥à¤Ÿà¥‡à¤Ÿ की रकà¥à¤·à¤¾ करना आदि है। यह à¤à¤• सराहनीय कदम है। पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¥à¤¤ पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤• इसी दिषा मंे à¤à¤• पà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤¸ है। पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤• को मà¥à¤–à¥à¤¯ रूप से तीन खणà¥à¤¡à¥‹à¤‚ में विà¤à¤¾à¤œà¤¿à¤¤ किया गया है। पà¥à¤°à¤¥à¤® खणà¥à¤¡ में कृषि समà¥à¤¬à¤¨à¥à¤§à¥€ सà¤à¥€ जानकारियां विसà¥à¤¤à¤¾à¤° से बताई गई हैं। इसके साथ उन वितà¥à¤¤à¥€à¤¯Â संसà¥à¤¥à¤¾à¤“ं का विवरण है जिनके माधà¥à¤¯à¤® से कृषक वितà¥à¤¤à¥€à¤¯ सहायता पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ कर आरà¥à¤¥à¤¿à¤• कठिनाई से उà¤à¤° सकता है। दà¥à¤µà¤¿à¤¤à¥€à¤¯ खणà¥à¤¡ में लगà¤à¤— 70 औषधीय à¤à¤µà¤‚ सà¥à¤—धित पौधों का समà¥à¤ªà¥‚रà¥à¤£ परिचय, उपयोग व कृषि तकनीकों को विसà¥à¤¤à¤¾à¤° से पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¥à¤¤ किया गया है। तृतीय खणà¥à¤¡ में परिषिषà¥à¤ ों के माधà¥à¤¯à¤® से सà¤à¥€ सदरà¥à¤ पतों का विवरण है जिससे किसान आने वाली कठिनाई की सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ में सहायता पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ कर सकता है à¤à¤µà¤‚ अनà¥à¤¯ उपयोगी जानकारिया दी गई है।
Dr. Purohit SS
555Book Details
Book Title:
Medicinal And Aromatic Plants: Techniques, Uses And Financial Guide (hindi) (pb)
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Book Type:
TEXTBOOK
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No Of Pages:
422
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Color Pages :
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Book Size:
DEMY (5.5X8.5)
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Weight:
500 Gms
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M/s AGROBIOS (INDIA)
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Readership:
FIELD WORKERS | PG STUDENTS | UG STUDENTS |
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